Posts

Showing posts with the label Mummy

🙏Pyari। Mummy। Funny। honey।stars

Image
 हाय गाइस नमस्कार,🙏🌹  आज का दिन आप लोगों के लिए मंगलमय हो हैव ए नाइस डे।  जिंदगी की इस भागम भाग दौड़,में कौन आदमी किधर दौड़ रहा है,किस लिए दौड़ रहा है,यह मनन करने का विषय है। घर से बाहर निकलते समय, पहले कुछ देर सोचे समझे,फिर निकले काम मे,तभी सफल होंगे जब आप प्री प्लांड काम करेंगे। "किसी भी काम को करते समय,आप टेंशन फ्री होकर निरंतर काम करें। फल की इच्छा मत करें ,सफलता आपके कदम चूमेगी।"  तो साथियों यह रही आज की सीख कुछ सीख जोक बड़े बुजुर्गों द्वारा कहीं गई व लिखी गई है इत्यादि।  आज मेरी माता जी,जिनकी उम्र 83 वर्ष हैं,की उलझन कुछ और ही है,उनकी उलझन यह है कि,जो खाना सर्वेंट ( महरी ) बना रही है वह ज्यादा क्यों हो रहा है,अब हम लोग दो ही आदमी घर में बचे हैं।सभी परिवार के सदस्य बाहर जा चुके हैं,माताजी मेरी मात्र दो रोटी ही खाती है मेरी भी ओनली 4 रोटी,कुल 6 रोटी हुई,बट खाना बनाने वाली ने कुछ ज्यादा ही रोटी बना दी, जिस कारण मेरी मां मुझसे कुछ रुष्ट हो रही हैं, क्यों इतनी ज्यादा रोटी बनवाई?अब क्योंकि मेरी मां पुरानी विचारधाराओं की हैं,सख्त हैं, शोले मे गब्बर सिंह की तरह,आज क्या बात हो

🙏पापा। जी तुम कहाँ गए। Funny। Honey। Stars।

Image
प्रिय मित्रों नमस्कार, https://funnyhunnyvedios.blogspot.com/2021/10/blog-post_71.html  भाइयों मेरे पिताजी ने बचपन में बहुत दुख झेले हैं, वे गरीब परिवार से थे, आपने सुना होगा कि बांदा जिला के बिहाड़,नार, वहीँ पिता जी का, अपना प्यारा गांव हैं गांव की नीचे एक नदी केन अविरल रूप में बह रही है जहां पर मैंने बचपन में तैरना सीखा। पिताजी पढ़ने के लिए कानपुर चले. गए जहां उन्होंने बच्चों को ट्यूशन पढ़ा पढ़ा कर अपना अध्ययन जारी रखा व एम ए समाजशास्त्र से मास्टर डिग्री पूरी की, यह एक संक्षिप्त जीवन परिचय मेरे 2पिताजी का। आज मेरे पापा, नहीं रहे मेरे ऊपर से एक छत्रछाया, ख़तम हो गयी, जिन कारणों से, पापा के गुणगान में कविताएं नीचे,आप लोगो हेतु,प्रेषित हैं :- सुपर हिट सांग  https://youtu.be/bhRswBsogNw  (चंदा ने पूछा तारों से तारों ने पूछा हजारो से ) मेरे पिता जी के बरसी की विडिओ  प्रस्तुत हैं :- 1-पिता की याद | कुमार विश्वास | पापा पर कविता  2-टेलिफ़ोन पर पिता की आवाज़ | नीलेश रघुवंशी | Heart Touching Poems on Father in Hindi टेलीफ़ोन पर थरथराती है पिता की आवाज़ दिये की लौ की तरह काँपती-सी। दूर से आती हु